53 महीने से नहीं मिला बकाया मानदेय, आधुनिकीकरण शिक्षकों को पड़े हैं रोटी के लाले
हरदोई।एक हाथ में कम्प्यूटर,एक हाथ में कुरआन। प्रधानमंत्री को अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए मदरसा आधुनिकीकरण संघ ने ज्ञापन भेजा है। जिसमें मानदेय न मिलने से मदरसा शिक्षकों के सामने भुखमरी के हालात बनने का दुखड़ा सुनाया गया है।
सूबे में लगभग 25 हज़ार मदरसा शिक्षक हैं। मदरसा शिक्षक धार्मिक शिक्षा के अलावा हिंदी, गणित,विज्ञान,अंग्रेजी, कम्प्यूटर व सामाजिक अध्ययन की शिक्षा देने की अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभा रहें हैं।
संघ के जिलाध्यक्ष नफीस अहमद ने बताया है कि ज्ञापन में मानदेय के साथ-साथ नियमितीकरण की मांग शामिल हैं। इससे पहले आधुनिक मदरसा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष समीउल्लाह खां मुख्यमंत्री, तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से भी मिल चुके हैं। लेकिन समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकला। ज्ञापन में प्रधानमंत्री को उनके उस संकल्प की याद दिलाई गई है जिसमें उन्होंने एक हाथ में कम्प्यूटर, एक हाथ में कुरआन का सपना साकार करने का दृढ़ निश्चय किया था। उन्होंने आगे बताया है कि उ.प्र.अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तर्ज़ पर आधुनिक मदरसा शिक्षकों को मानदेय दिलाने की मांग की गई है। 2017-18 से मानदेय न मिलने से मदरसा शिक्षकों के परिवार वाले के भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। ज्ञापन में प्रधानमंत्री से अपने दृढ़ संकल्प को पूरा कर मदरसा शिक्षकों के साथ इंसाफ कराने की ज़ोरदार मांग की गई है। ज्ञापन प्रदेश अध्यक्ष हाजी समीउल्लाह खां व प्रदेश प्रवक्ता इब्राहिम अन्सारी के दिशा निर्देश पर डीएम की गैर-मौजूदगी में सिटी मजिस्ट्रेट और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को सौंपा गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष सुमैरा, एमज़ेड खान,सईद ज़ेहरा,निकहत फातिमा, मोहम्मद मतीन,ज़ैद,
नुसरत,रईस,ज़ुबैर, सिरदार खान व अतार्उरहमान आदि मौजूद रहे।