बिलग्राम हरदोई।उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की तमाम सड़कों का चौड़ी करण, डामरीकरण या गड्ढा मुक्त करने की बात कर रही हो लेकिन न जाने जिला प्रशासन के अफसरों और सियासत दानों को ऐसी सड़क क्यों नहीं दिखाई देती हैं जिनमें गड्ढे नहीं बल्कि तालाब हो, न जाने कितने ही सियासत दानों ने अपने अरीब करीब की सड़कों के छोटे छोटे गढ्ढे, गड्ढा मुक्त करा लिये हो लेकिन बिलग्राम से 12 किलोमीटर दूर नेकपुर नेवादा होते हुए दो दर्जन से ज्यादा गांव को जोड़कर साण्डी तक पहुंचने वाले मार्ग में जरौली नेवादा यूनियन बैंक के ठीक सामने इतने बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिन्हें देख कर यही लगता है कि मानो ये गढ्ढे नहीं कोई छोटे मोटे तालाब हों जिनमें बस कश्तियाँ चलने वाली हैं लेकिन इन्ही बड़े बड़े गड्ढों में से लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांव के लोग निकलने को मजबूर हैं। रोज लगभग सैकड़ों वाहन हजारों आदमी इन गड्ढों को देख कर सफेदपोशों को बद्दुआएं देने को मजबूर हो रहें हैं लेकिन जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती, जो इसका वो कोई हल निकाल सकें लोग बताते हैं कि ये गड्ढा युक्त सड़क सिर्फ बीस मीटर ही होगी जिसमें पानी का निकास न होने से जल भराव हो जाता है अभी वर्षा भी नहीं हुई है तब ये आलम जब बारिश होगी तो इस सड़क की सूरत ए हाल क्या होगी ये सोचा जा सकता है। करीब के ही यूनियन बैंक के बीसी प्वाइंट चलाने वाले नीरज बताते हैं कि लोगों की परेशानी उस वक्त और बढ़ जाती है जब यहां बाजार लगती है क्योंकि दस किलोमीटर के इर्द-गिर्द लगने वाली ये एक मात्र बाजार है जहां सैकड़ों लोग आते हैं वर्ना अन्य बजार दस किलोमीटर से अधिक दूरी पर लगती है इस कारण यहां काफी भीड़ होती है उस समय इस कीचड़ भरे रास्ते से गुजरना बहुत ही मुश्किल भरा होता है हमारे पास कुछ बुजुर्ग पैसे छुड़ाने के लिए आते हैं वो भी इस रास्ते से गुजरते हुए जिम्मेदारों को कोसते हैं। जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द समस्या से निजात दिलाये ताकि लोग राहत की सांस लें।
