हरदोई। सोशल मीडिया पर एक मरीज के परिजन तथा दवाइयों के होलसेल विक्रेता के बीच हुई बातचीत के दौरान एल2 अस्पताल के चिकित्सक प्रतीक नलवा का नाम सामने आने पर जिला अधिकारी द्वारा प्रकरण को बेहद गंभीरता से लिया गया है तथा उन्होंने ऑडियो की सत्यता परखते हुए इस प्रकरण में डॉक्टर प्रतीक नलवा की भूमिका की जांच के लिए एक विशेष जांच समिति का गठन किया है।विदित हो कि गत दिनों एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें एक मरीज का परिजन रेलवे गंज स्थित दवाइयों के थोक विक्रेता से बात करते हुए एल2 अस्पताल के चिकित्सक प्रतीक नलवा द्वारा मरीज के उपचार हेतु लिखी ग्लैनमार्क की फेबी फ्लू दवा की मांग कर रहा है। इस बीच दवा विक्रेता पूरे विश्वास के साथ यह दावा करता है कि डॉक्टर प्रतीक नलवा ने यदि उसका नंबर दिया है तो यह दवा ग्लेनमार्क की नहीं बल्कि दूसरी कंपनी की होगी जो कि उसके पास उपलब्ध है तथा डॉ प्रतीक यही दवा लिखते हैं। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद कोविड मरीजों के उपचार के दौरान उनके और उनके परिजनों के आर्थिक शोषण की चर्चा आम हो गई। इस प्रकरण को व्यवस्थाओं की कमी और प्रशासनिक लापरवाही से जोड़कर देखा जा रहा है जिसके चलते जिला अधिकारी ने इस प्रकरण को बेहद गंभीरता से लिया है तथा उन्होंने इस प्रकरण की जांच के लिए अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रथम तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की सदस्यता वाली एक विशेष जांच कमेटी बनाकर रिपोर्ट तलब की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी दी है तथा दावा किया कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड उपचार हेतु सारी व्यवस्थाएं की जा रही हैं एवं कोविड हॉस्पिटल में किसी मरीज को बाहर से दवा नहीं लिखी जाती बल्कि सारी दवाएं अस्पताल द्वारा ही उपलब्ध कराई जाती हैं।
