हरदोई।कोरोना से ठीक होने के बाद भी स्वास्थ्य पर खास ध्यान देने की जरूरत है | इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा महानिदेशक डा. डी.एस. नेगी ने पोस्ट कोविड की स्थिति में कौन से व्यायाम करने हैं,जिनसे फेफड़े मजबूत हों और शरीर भी स्वस्थ रहे, को लेकर प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिख कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.सूर्यमणि त्रिपाठी ने बताया- कोविड से ग्रसित होने के बाद मरीज कमजोरी, साँस लेने में तकलीफ और दैनिक काम करने में परेशानी महसूस करते हैं | इससे व्यक्ति में तनाव ,नकारात्मक विचारों का प्रसार तथा मानसिक अवसाद पैदा होता है, जिससे शरीर पर उसका अलग – अलग तरीकों से प्रभाव पड़ता है।कोविड से ग्रसित होने के बाद व्यक्ति के स्वास्थ्य लाभ एवं पुनर्वास के लिए कोविड केन्द्रों पर उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किया जाना आवश्यक है। कोविड -19 से ग्रसित होने के बाद शरीर की गतिविधियाँ तथा विभिन्न व्यायाम करने से जो व्यक्ति अपने घर पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं,उनको काफी लाभ मिला है।जिले में पोस्ट कोविड क्लिनिक में नियुक्त फिजियोथेरेपिस्ट सभी रोगियों को तथा वहां आने वाले सभी व्यक्तियों को जानकारी देंगे व व्यायाम सिखाएंगे और उन व्यक्तियों का फ़ॉलोअप भी करेंगे | जिले में 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय नया गांव में 10 बेड का पोस्ट कोविड क्लिनिक संचालित है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- फेफड़ों को मजबूत करने के लिए गहरी साँस लें,जिससे फेफड़े ऊपर से नीचे तक हवा से भर जाएँ।सीधे खड़े होकर, बैठकर तथा दायें या बाएं करवट लेटकर, गहरी सांस लें,इसमें बलगम निकल जाता है।नियमति रूप से प्राणायाम करें। गहरी साँस लेकर तेजी से हंसें ।आँखों और सिर के लिए व्यायाम करें ।शरीर को व्यापक व्यायाम के लिए 3 से 5 बार रेंगने और घूमने हेतु प्रयास करें।अपनी मांस पेशियों की ताकत बढ़ाने का प्रयास करें।सीएमओ ने बताया-इसके अलावा एक गिलास में पानी लें और एक छोटी पाइप डालें,नाक से कस के सांस खींचें, अब मुंह से सांस पाइप में छोड़ते हुए गिलास के पानी में बुलबुले बनायें | नाक से सांस खींच कर ज्यादा से ज्यादा पानी में बुलबुले बनायें।नाक से सांस खींचें और पांच तक गिनती गिनते हुए साँस को रोकें और उसके बाद मुंह से सांस को छोड़ दें।इसे 10 से 12 बार करें।हाथों को फैलाते हुए सीने को फुलाकर नाक से सांस अन्दर खींचें, मुंह से साँस छोड़ें, सीने और हाथों को पहले की तरह छोड़ते हुए 10 से 15 बार यह करें।सांस लेने का अभ्यास करने के लिए 10 से 15 बार सीधे बैठकर नाक से कस कर सांस खींच कर मुंह से छोड़ें, साथ ही 10 से 15 बार मुंह से सीटी की आवाज़ निकालते हुए सांस को छोड़ें। इसके आलावा एक स्पाइरोमीटर लें उससे सांस को इस प्रकार अंदर खींचें कि स्पाइरोमीटर की तीनों गेंदें ऊपर की और उड़ जाएँ ,पांच सेकेण्ड तक इस तरह रुकें और इसके बाद सांस छोड़ दें ,दोबारा से सांस अंदर कस कर खींचें ताकि सभी गेंदें ऊपर की और उड़ जाएँ । 10 से 15 बार नाक से कस कर सांस खींचें।मुंह से हांफने की आवाज़ निकालते हुए छोड़ें, नाक से कसकर सांस लेकर गुब्बारे को मुंह से सांस छोड़ते हुए फुलाने का अभ्यास करें।
डा. त्रिपाठी ने बताया – यह ध्यान देना है यदि आपको व्यायाम करते समय चक्कर आ आयें, साँस लेने में तकलीफ होने लगे, घबराहट हो, सीने में दर्द हो,त्वचा ठंडी हो जाये या पसीने से भर जाए और पैरों में सूजन आ जाये व्यायाम करना बंद कर देना है।साथ ही यदि आपको बुखार है, आपको आराम करते समय साँस लेने में दिक्कत हो रही है, आपके सीने में दर्द है और यदि आपके पैरों में सूजन आ रही है तो आपको व्यायाम नहीं करना है।
