हरदोई।महंगाई की मार ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। डीजल -पेट्रोल व गैस के बाद अब खाने पीने की वस्तुओं पर बेतहाशा महंगाई बढ़ रही है। सरसों का तेल, रिफाइंड, चाय की पत्ती, दाल, आटा, चावल आदि वस्तुओं कई गुना ज्यादा रेट बढ़ा दिए गए हैं, जिससे आम जीवन पूरी तरीके से त्रस्त हो गया है। आखिर इस महंगाई पर सरकार कब नियंत्रण करेगी। जनता को इससे कब राहत मिलेगी इसके लिए अभी इंतजार करना होगा।बीते तीन माह में खाद्य पदार्थ व राशन की वस्तुओं में बेतहाशा वृध्दि हुई है। सरसों का तेल 90 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर150 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। 85 रुपये में मिलने वाला रिफाइंड 140 का हो गया है। 240 रुपये प्रति किलोग्राम मिलने वाली चाय पत्ती अब 340 रुपये में मिल रही है। 80 रुपये प्रति किलोग्राम वाली अरहर की दाल अब 110 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रही है। 160 रुपये प्रति 5 किलो ग्राम बैग वाला आंटा 220 रुपये में मिल रहा है। इसी तरहं 80 रुपये प्रति किलोग्राम मिलने वाला चावल 120 रुपये प्रति किलो ग्राम बेंचा जा रहा है।इस तरहं ज्यादातर राशन सामग्री व खाद्य सामग्री के दाम विगत तीन माह में कई बार बढ़ें हैं। ये ऐसी जरूरत की सामग्री है जिसके बिना जीवन यापन करना सम्भव नही है। महंगाई से आम जनमानस पूरी तरहं त्रस्त है, बावजूद इसके सरकार और सरकार के प्रतिनिधि इस ओर बिल्कुल गंभीर नही हैं। शायद उनकी नजर में ये कोई खास मंहगाई नही है, पर ज्यादातर गरीबों के चूल्हे ठंडे हो गए हैं। उनके लिए दो वक्त के खाने की व्यवस्था कर पाना मुश्किल भरा हो रहा है।
